Sunday, 9 February 2014

चाँदनी

(चित्र गूगल से साभार)

चाँदनी  
सूने आंगन में
लिख देती है
तुम्हारा नाम

अक्सर
तमाम रात
हंसती है
बावरी चाँदनी
बात-बेबात
देती है
यह संदेशा
बार-बार
कि तुम हो
मेरे आसपास

तुम्हारे-
वजूद की खुशबू
तैरने लगती है
अंधेरे कमरे में
हंस उठते हैं
सारे पल उदास
कितना खुशनुमा
होता है
तुम्हारे होने का
फकत अहसास

छा जाता है
अंर्तमन में
उमंग-उल्लास
भूल जाता हूं
सारे विरह ताप
बैचेनियों को
मिल जाता है
अल्प विराम
तुम्हारे नाम के
चंद हर्फ़ों में
छिपा हो जैसे
जीने का पैगाम

जानता हूं -
कि रह जाना है
फिर खाली हाथ
अब चाहे यह
भ्रम हो या विश्वास
या ठगती हो
बावरी चाँदनी  
हर रोज, हर बार
जो कुछ भी हो
सहर्ष सब स्वीकार।

© हिमकर श्याम








32 comments:

  1. क्या कहने...
    आपकी कविता में तो एक जादुई अहसास है..
    जो मन को खूब भाते है...
    बहुत ही सुन्दर कोमल भावनाओं से लिप्त सुन्दर अहसास जगाती सुन्दर रचना......

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    1. शुक्रिया रीना जी ...

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  2. prem ka ehsas hi jholi bhar deta hai fir chahe kuchh mile ya n mile .....:))

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    1. सहमत...इसी तरह अपनी प्रतिक्रिया देते रहिएगा …शुक्रिया...

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  3. तुम्हारे नाम के
    चंद हर्फ़ों में
    छिपा हो जैसे
    जीने का पैगाम
    ....बहुत सुन्दर प्रेममयी प्रस्तुति....

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    1. धन्यवाद कैलाश जी...

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  4. प्रेम के खूबसूरत भावों में रची-बसी खूबसूरत रचना.......

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    1. अदिति जी, हार्दिक आभार !

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  5. बावरी चाँदनी
    हर रोज, हर बार
    जो कुछ भी हो
    सहर्ष सब स्वीकार।
    कितनी सुंदर पोस्ट ..... मन को ऊर्जा देती सी ...वाह-वाही करने से अच्छा इन भावों को अपने जीवन में उतारना!! ........आभार

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  6. चाँदनी रात में
    सागर पर जैसे,
    लहरे मचलती है .
    एहसास शब्द बनकर,
    इस काव्य में,
    ऐसे ही पिघलती है ....

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    1. तुम्हारी प्रतिक्रिया पाकर खुशी हुई...

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  7. चांदनी प्रतीक है प्रेम का ... इसलिए प्रेम ही बरसायेगी ...

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    1. सही कहा आपने...शुक्रिया...

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  8. तुम्हारे नाम के
    चंद हर्फ़ों में
    छिपा हो जैसे
    जीने का पैगाम...........bahut hi roohani abhivykti!

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    1. आपकी प्रतिक्रिया पाकर खुशी हुई...स्वागत है आपका ...

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  9. बहुत ही खूबसूरत प्रेम के भावों में भीगे हुए शब्द ...किसी के पास होने भर का अहसास भी कभी -कभी जीने के संबल बन जाता है .

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    1. अल्पना जी, रचना की प्रशंसा के लिए आभार...

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  10. बहुत खूबसूरत प्रेम भाव से रची रचना....!!!

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    1. शुक्रिया रंजना जी...

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  11. वाह...कितना कुछ कहती रही आपकी भावपूर्ण रचना.. बहुत सुंदर..!!

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    1. आपकी प्रतिक्रिया पाकर खुशी हुई...स्वागत है आपका ...

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  12. मंगलवार 04/03/2014 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
    आप भी एक नज़र देखें
    धन्यवाद .... आभार ....

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    1. आदरणीया विभा जी, उत्साहवर्धन हेतु आपका आभारी हूँ...

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  13. सुन्दर एवं सफल रचना। मानव-मन को
    प्रभावित करने वाली रचना।
    धन्यवाद।

    आनन्द विश्वास।

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद ...सादर !

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  14. जीवन में प्रेम और प्रेम में जीवन का अहसास कराती कविता......

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    1. बहुत बहुत आभार ....

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