(चित्र गूगल से साभार) |
क्या जश्ने आज़ादी
जन-गण में लाचारी
भूख और बेकारी
हर आँखें फरियादी
क्या जश्ने आज़ादी
दर्द और तक़लीफ़ें
टूट रही उम्मीदें
मुश्किलें बेमियादी
क्या जश्ने आज़ादी
ना बिजली, ना पानी
नित मारती गिरानी
खुशियाँ लगे मियादी
क्या जश्ने आज़ादी
यह मजहबी दरारें
जाति, धर्म, दीवारें
हुकूमत में फ़सादी
क्या जश्ने आज़ादी
आगे-पीछे घातें
आतंक की बिसातें
बैचैन ज़िन्दगानी
क्या जश्ने आज़ादी
शहर शहर बंजारे
गरीबों की कतारें
ज़ख्मों के सब आदी
क्या जश्ने आज़ादी
सत्ता की मनमानी
रिश्वत बेईमानी
अब दागदार खादी
क्या जश्ने आज़ादी
केवल सिसकियाँ रहीं
कुछ तब्दीलियाँ नहीं
काग़ज़ी कामयाबी
क्या जश्ने आज़ादी
अंदाज़ बदलता है
बस ताज़ बदलता है
जाती नहीं गुलामी
क्या जश्ने आज़ादी
हर तरफ तंगहाली
दूर अभी खुशहाली
हो जंग की मुनादी
क्या जश्ने आज़ादी
© हिमकर श्याम
[जयहिन्द, आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!]
Happy Independence Day ! In spite of every odd that we face,the light that is seen inviting us to uphold our Indianness is a great motivating force for us to say,HAPPY INDEPENDENCE DAY!
ReplyDeleteVande Mataram!!
DeleteThe life-force of Indianness in us will keep our motherland safe and upbeat and make her the beacon- light of the world!
ReplyDeleteMany Thanks for your valuable comments!
Deleteहार्दिक आभार...
ReplyDeleteइस रचना के चयन के लिये धन्यवाद ।
ReplyDeletesunder rachna...
ReplyDeleteसार्थक अभिव्यक्ति
ReplyDeleteहार्दिक आभार...
Deleteबे-शक---?
ReplyDeleteपर सपनों की रात बाकी है---सूरज निकल ही रहा है--भोर के स्वागत की तैयारी करते रहिये,
स्वागत है आपका...प्रतिक्रिया के लिए आभार !!
Deleteप्रिय हिमकर भाई ..
ReplyDeleteसुन्दर रचना ..सार्थक अभिव्यक्ति ..जय हिन्द
जन्माष्टमी की हार्दिक शुभ कामनाएं
भ्रमर ५
हार्दिक आभार...
Deleteकटु पर सटीक बात है .... ये हालात आज भी मौजूद हैं, यही विडंबना है
ReplyDeleteसादर आभार !!
Deleteबहुत सुन्दर और भावुक अभिव्यक्ति
ReplyDeleteजन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाऐं ----
सादर --
कृष्ण ने कल मुझसे सपने में बात की -------
aagrah hai mere blog main bhi sammlit hon
अवश्य...उत्साहपूर्ण प्रतिक्रिया के लिए आभार...ब्लॉग से जुड़ने के लिए हार्दिक धन्यवाद!
Deletenc post sr
ReplyDeleteThanks for visiting and for the kind encouragement.
Deleteसार्थक अभिव्यक्ति मौजूद हैं ये हालात आज
ReplyDeleteहार्दिक आभार...
Deleteबेहद प्रभावशाली रचना, बधाई.
ReplyDeleteसादर आभार !!
Deleteबहुत सटीक और प्रभावी अभिव्यक्ति...
ReplyDeleteसादर आभार !!
Deleteइस दिन को याद तो फिर भी रखना ही होगा जिस्सेये एहसास रहे की इसकी कीमत पहचाननी है ...
ReplyDeleteप्रभावी रचना ...