Wednesday, 29 October 2014

छठ अनुपम त्यौहार


मान विगत को कम नहीं, आगत का सत्कार।
चार दिनों तक व्रत चले, छठ अनुपम त्यौहार।।

आदिदेव के अर्घ्य से, मिटते हैं दुःख क्लेश।
रिद्धि-सिद्धि, सुख-सम्पदा, यश का हो उन्मेष।। 

करें सूर्योपासना, रखें शुद्ध परिवेश। 
समता औ' सद्भाव का, याद रखें संदेश।।

[छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएँ]

© हिमकर श्याम  

(चित्र गूगल से साभार)



7 comments:

  1. हिमकर जी आप को भी छठ पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ!

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  2. bahut sundar. "maan bigat ka kam nahin"- yeh ek bahut bada sandesh hai

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  3. छट की सुन्दरता और पावनता को बाखूबी दोहों में उतारा है ... चित्र भी कमाल है ...

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  4. छठ पर्व की हार्दिक बधाई ...

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  5. Raravi Ji, हार्दिक अभिनन्दन. प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद.

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  6. @अल्पना जी, प्रसून जी, दिगम्बर नासवा जी, हार्दिक आभार...मंगलकामनाएँ...

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