[ब्रहम कमल एक दुर्लभ पुष्प है, जो साल में एक बार (रात्रि में),
सिर्फ एक रात के लिए खिलता है. इसका नाम सृष्टिकर्ता ब्रह्मा जी के नाम पर रखा गया
है. इसे शुभ फूल माना जाता है. इसकी गंध बड़ी मादक होती है. ब्रह्म कमल को उत्तराखंड का राज्य पुष्प घोषित किया गया है.
पिछले हफ्ते यह मेरे लॉन में खिला था.]
ब्रह्म कमल
सौंदर्य अनुपम
मनभावन
दुर्लभ पुष्प
सुवासित कानन
खिला आँगन
शशि किरण
खिला दुधिया फूल
खिला दुधिया फूल
फैली गंध
© हिमकर श्याम
धन्यवाद ब्रह्म कमल देखने को थो मिला।nahi थो ये भी कपोल काल्पनिक सा ही लगता
ReplyDeletedurlav pushp hai...aapne dikhaya..thnx.
ReplyDeleteब्रह्म कमल से आपका, हुआ सुशोभित लॉन,
ReplyDeleteखुश नसीब ये आपका, रहे प्रकृति का मान |
बहुत ख़ूब, स्वागत व आभार!
Deletebahut badhiya .....
ReplyDeleteस्वागत व आभार
Deleteबहुत सुंदर प्रस्तुति
ReplyDeleteबहुत सुन्दर हाइकु...दुर्लभ ब्रह्म कमल के दर्शन करने के लिए आभार...
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (23-08-2015) को "समस्याओं के चक्रव्यूह में देश" (चर्चा अंक-2076) पर भी होगी।
ReplyDelete--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
आभारी हूँ आदरणीय शास्त्री जी
Deleteगजब
ReplyDeleteकाश हक़ीकत में देख पाते
सुंदर !
ReplyDeleteसुन्दर शब्द रचना......... आभार
ReplyDeletehttp://savanxxx.blogspot.in
बहुत सुंदर .
ReplyDeleteनई पोस्ट : पाओलो कोएलो को पढ़ते हुए
भावपूर्ण हायकू.
ReplyDeleteसुन्दर व सार्थक रचना ..
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग की नई पोस्ट पर आपका स्वागत है...
सुन्दर चित्र और सुन्दर रचना ... इस फूल के महत्त्व और इसको सुन्दरता ... दोनों को बाँधा है इस पोस्ट में ... शुभ हो इसका खिलना ...
ReplyDeleteफैली सुगंध
ReplyDeleteब्रम्ह कमल खिला
सहस्त्र दल !
बहुत ख़ूब, आभार
DeleteWow, this article is pleasant, my younger sister is analyzing such
ReplyDeletethings, therefore I am going to convey her.
My web page ::
thanks
DeleteSunder Panktiyan
ReplyDeleteदुर्लभ पुष्प की कहानी भी दुर्लभ है । आपकी पोस्ट से इसे देखा भी और जाना भी । बहुत सुंदर ।
ReplyDeleteवाह !
ReplyDeletebehad sundar haayku
ReplyDeleteहार्दिक स्वागत। ब्लॉग से जुड़ने के लिए तहेदिल से धन्यवाद.
Deleteसुन्दर...अति सुन्दर...
ReplyDeleteसुन्दर चित्र और सुन्दर रचना .
ReplyDeleteराज चौहान
आपका मेरे ब्लॉग पर इंतजार है.
अज्ञेय जी की रचना... मैं सन्नाटा बुनता हूँ :)
http://rajkumarchuhan.blogspot.in
सराहना तथा प्रोत्साहन के लिए आप सभी का हृदय से धन्यवाद एवं आभार !
ReplyDelete~सादर