त्वं जीव शरदः सहस्रम्
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चाँद-तारों ने तुमको गगन से निहारा
मंगलमय हो जन्मदिन अक्षिता तुम्हारा
हरपल हँसती रहो तुम, मुस्कुराती रहो
आँगन में पंछियों सी, चहचहाती रहो
तुमसे सुरभित हुआ है, मन उपवन सारा
तुम दिव्य वृन्दावन सी, घर गोकुल हमारा
तुम कान्हा की मुरली, यमुना की धारा
तुमहीं हमारी खुशियाँ, सुख चैन हमारा
© हिमकर श्याम
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[हमारी प्यारी बिटिया (भतीजी) अक्षिता सुदिति (कीर्ति) का प्रथम जन्मदिन 22-11-2014 को था. बिटिया के लिए एक छोटी सी कविता लिखी थी, आज पोस्ट कर रहा हूँ. आप सब भी बिटिया अक्षिता को अपना स्नेहिल आशीर्वाद दें]
बहुत प्यारी रचना
ReplyDeleteअक्षिता बिटिया को जन्मदिन की हार्दिक मंगलकामनाएं शुभाशीष व प्यार ...
तुम दिव्य वृन्दावन सी, घर गोकुल हमारा
ReplyDeleteतुम कान्हा की मुरली, यमुना की धारा
तुमहीं हमारी खुशियाँ, सुख चैन हमारा
वाह बहुत सुन्दर ....बिटिया को असीम शुभाशीष
तुम दिव्य वृन्दावन सी, घर गोकुल हमारा
ReplyDeleteतुम कान्हा की मुरली, यमुना की धारा
तुमहीं हमारी खुशियाँ, सुख चैन हमारा
बिटिया को जन्मदिन की हार्दिक बधाई ....
बहुत प्यारी सी रचना ...
ReplyDeleteबिटिया को जनम दिन की बधाई ....
वाह, कितनी प्यारी और हृदयस्पर्शी कविता है ।
ReplyDeleteगुड़िया को स्नेहाशीष
प्रिय बिटिया अक्षिता के लिए बहुत ही सुन्दर पंक्तियाँ लिखी हैं .
ReplyDeleteजन्मदिवस की ढेरों बधाईयाँ और स्नेहाशीष !
बहुत प्यारी अभिव्यक्ति...बिटिया को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें और आशीष
ReplyDeletebahut pyari kavita ...pyari si bitiya ke liye...
ReplyDelete@कविता जी, वंदना जी, दिगम्बर नासवा जी, मोनिका जी, अल्पना जी, कैलास शर्मा जी, परी जी, स्नेहिल शब्दों के लिए आप सभी का ह्रदय से आभार
ReplyDelete@ हरकीरत हीर जी, ह्रदय से आभार...एक अरसे बाद आपको देख कर अच्छा लगा. आते रहिएगा :)
ReplyDeleteबहुत प्यारी रचना
ReplyDeleteबिटिया को शुभआशीष
हार्दिक आभार
Deleteबिल्कुल सही कहा है आपने- "तुम वृंदावन सी घर गोकुल हमारा" अक्षिता को जन्मदिन की बहुत शुभकामनाएँ.
ReplyDeleteबहुत-बहुत आभार आपका...
ReplyDeleteहृदयस्पर्शी कविता है ।
ReplyDeleteहार्दिक आभार
Deleteबहुत सुंदर,,,, आप भी पधारें pankajkrsah.blogspot.in
ReplyDeleteस्वागत व आभार
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