Saturday, 28 March 2015
Friday, 20 March 2015
चहक-चहक मन मोहती
Thursday, 5 March 2015
प्रेमी वसंत
1.
नई कोंपले
मुस्कुराती कलियाँ
आया वसंत
2.
दिशा दिगंत
सुरभित सुमन
फैली सुगंध
3.
सरसों झूमी
आम्र कुञ्ज महके
कूके कोयल
4.
सेमल खिला
दहकता पलाश
वन में आग
5.
दुल्हन धरा
खड़ी ओढ़ चुनर
प्रेमी वसंत
6.
स्वर्गिक आभा
ऋतुराज वसंत
कान्हा का रूप
7.
प्रीत का रंग
राधा-मोहन संग
ब्रज में होरी
8.
उड़े अबीर
मन हुआ अधीर
पिया न संग
9.
हर्ष-उमंग
जीवन बहुरंग
कोई बेरंग
10.
फाग बयार
भींगाता तन-मन
चढ़ा ख़ुमार
11.
पी कर भंग
मन मस्त मलंग
बाजे मृदंग
12.
बरसे रंग
मस्ती व उमंग
आ गयी होली
[सभी ब्लॉग विजिटर्स, संगी-साथियों, बंधु-बाँधवों और शुभचिंतकों को होली की हार्दिक शुभकामनाएँ]
© हिमकर श्याम
(चित्र गूगल से साभार)
Subscribe to:
Posts (Atom)