Wednesday, 22 May 2019

लिख रहे कैसी कहानी मुल्क में


लिख रहे कैसी कहानी मुल्क में
कर रहे जो हुक्मरानी मुल्क में

क़द्र खोती ये सियासत देखिए
आम होती बदजुबानी मुल्क में

मुफ़लिसी, बेरोजगारी बढ़ रही
रक़्स करती ख़ुश-गुमानी मुल्क में

अब भरोसा उठ गया है न्याय से
हाए इकतर्फ़ा बयानी मुल्क में

ख़ौफ़  का माहौल ऐसा बन गया
अब न होती हक़ बयानी मुल्क में

आँख से पट्टी हटा कर देखिए
क्या फ़ज़ाएँ शादमानी मुल्क में


कम नहीं हैं ज़ीस्त की दुश्वारियाँ  
आफ़तें कितनी उठानी मुल्क में

प्यार कितना है वतन से बोलिए
चाहिए इसकी निशानी मुल्क में

© हिमकर श्याम



(चित्र गूगल से साभार)