वह ख़ुदा की
ख़ास नेमत दोस्तो
माँ के क़दमों में है ज़न्नत दोस्तो
माँ के क़दमों में है ज़न्नत दोस्तो
लाख परदा तुम
गिरा लो झूठ पर
छुप नहीं सकती हक़ीक़त दोस्तो
छुप नहीं सकती हक़ीक़त दोस्तो
है तरक्क़ी
मुल्क़ में हमने सुना
कम कहाँ होती मशक्क़त दोस्तो
कम कहाँ होती मशक्क़त दोस्तो
ज़िन्दगी
किसकी मुकम्मल है यहाँ
साथ सबके इक मुसीबत दोस्तो
साथ सबके इक मुसीबत दोस्तो
इन परिंदों
को भला क्या चाहिए
आबो दाने की जरूरत दोस्तो
आबो दाने की जरूरत दोस्तो
मुश्किलों
में साथ देता कौन है
पर सभी देते नसीहत दोस्तो
पर सभी देते नसीहत दोस्तो
रात भर करवट
बदलते हम रहे
अब सही जाती न फ़ुर्क़त दोस्तो
अब सही जाती न फ़ुर्क़त दोस्तो
इश्क़ की
पाकीज़गी जाने कहाँ
प्यार में भी है कुदूरत दोस्तो
प्यार में भी है कुदूरत दोस्तो
ग़म हमेशा साथ
हिमकर के रहा
ज़िंदगानी में अज़ीयत दोस्तो
ज़िंदगानी में अज़ीयत दोस्तो
मुकम्मल :
सम्पूर्ण, फ़ुर्क़त : जुदाई, कुदूरत : मैल, अज़ीयत : कष्ट
© हिमकर श्याम