सोमवार, 14 सितम्बर का यह दिन मेरे लिए बहुत ख़ास है। इसके ख़ास होने की तीन वजहें हैं पहली, आज हिंदी (मातृभाषा) दिवस है। दूसरी वजह, आज मेरी माँ का जन्मदिन है। तीसरी और ख़ास वजह यह कि आज से मैं एक नया ब्लॉग शुरू करने जा रहा हूँ। मैंने ब्लॉग लिखने की शुरुआत 3 नवम्बर 2013 को Blogspot पर की थी, जिसे छोटे भाई रविकर ने बनाया था। ब्लॉग का नाम रखा गया शीराज़ा, जिसमे मैं अपनी काव्य रचनाएँ पोस्ट करता हूँ। आलेख के लिए बहुत दिनों से एक अन्य ब्लॉग शुरू करना चाहता था। नये ब्लॉग के लिए wordpress का चयन किया। इस ब्लॉग को छोटे भाई रोहित कृष्ण ने बनाया है। पिताजी के सुझाव से नए ब्लॉग का नाम 'दूसरी आवाज़ ' रखा गया है।
जब मैंने 'शीराज़ा' की शुरुआत की थी तो सोचा नहीं था कि पाठकों,ब्लॉगर मित्रों और टिप्पणीकारों का इतना स्नेह और प्रोत्साहन मिलेगा। पाठकों के सहयोग के वगैर कोई भी व्यक्ति अधिक समय तक नहीं लिख सकता। अपने सुझाव और प्रोत्साहन नए ब्लॉग 'दूसरी आवाज़' को भी दें, ताकि मैं अपनी पूरी ऊर्जा, सामर्थ्य, निष्ठा और लगन के साथ लिखता रहूँ। हिंदी दिवस की शुभकामनाएँ।
हिमकर श्याम
हिमकर श्याम
https://doosariaawaz.wordpress.com/