Showing posts with label गणतंत्र. Show all posts
Showing posts with label गणतंत्र. Show all posts
Monday, 26 January 2015
Sunday, 26 January 2014
हर शख़्स अपने हाल से बेज़ार, देखिए
रहज़न: लुटेरे, शहरयार: शासक, तारीकियां: अँधियारा, तर्जे अमल:
कार्य प्रणाली, नमुदार: प्रकट, दम दिलासे: आश्वासन, आजार: दु:खी, गर्दे सफ़र: सफर
की थकान, फ़ाक़ों : भूख, रहवार: मुसाफिर
© हिमकर श्याम
Subscribe to:
Posts (Atom)